मंगलवार, 20 जनवरी 2009

ओबामा आएगा मंदी भगाएगा ?

1.कितना प्यारा बच्चा है..एक साथ मां-बाप का नाम ले रहा है। 2.गलत सोच रहे हो..मंदी की वजह से मां बाप ने इसे सड़क पर छोड़ दिया है इस लिए ये ओबामा को पुकार रहा है। अमेरिकी प्रेसिडेंट आज जितने पॉपुलर हो रहे हैं उतना पहले कभी नहीं थे। इसकी एक वजह ये है कि ओबामा पहले ब्लैक प्रेसिडेंट हैं। दूसरी वजह है कि वो बराक हुसैन ओबामा हैं। और तीसरी लेकिन सबसे बड़ी वजह ये है कि आज अमेरिका की वजह से पूरी दुनिया में मंदी का आलम है। अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद ओबामा भले ही दुनिया के सबसे ताकतवर आदमी में शुमार हो जाएंगे। लेकिन उनके सामने चुनौती भी उतनी ही बड़ी होगी। आर्थिक मंदी से अमेरिका को बाहर निकालने की चुनौती किसी भी अमेरिकी प्रेसिडेंट के लिए पिछले 80 सालों में सबसे बड़ी चुनौती है। और इसपर दुनियाभर की निगाहें टिकी हुई हैं। क्योंकि अमेरिकी अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। और अगर अमेरिकी अर्थव्यवस्था को कोई नुकसान होता है तो उसका खामियाजा जापान, जर्मनी, चीन और भारत सहित दुनियाभर के देशों को भुगतना पड़ता है। इस मंदी की शुरूआत भी अमेरिका से ही हुई है। जिसने धीरे-धीरे यूरोप, एशिया सहित पूरी दुनिया को अपने शिकंजे में कसना शुरू कर दिया। लेकिन जानकारों का मानना है कि ओबामा के पदभार संभालते ही स्थिति में सुधार होने लगेगा। क्योंकि ओबामा कि इकॉनोमिक पॉलिसीज में काफी दम है। ओबामा वैसे एसेट्स को खरीदने पर विचार कर सकते हैं जो कि टॉक्सिक है..यानी दिवालिया हो चुकी या होने वाली कंपनियों की हैं।  इसके अलावे ओबामा इसी हफ्ते 350 अरब डॉलर दूसरे बेलआउट पैकेज का ऐलान कर सकते हैं। और अगर इससे भी बात नहीं बनी तो ओबामा 825 अरब डॉलर के एक पैकेज की तैयारी कर चुके हैं। ओबामा ने ये वादा किया है कि वो ना केवल नौकरी के अवसर बढ़ाएंगे बल्कि उनकी भी मदद करेंगे जिनकी नौकरी चली गई है साथ ही उस परिवार की भी देखभाल करेंगे जिसपर मंदी की मार पड़ी है। यानी कि एकबार फिर से अमेरिकी में लगातार बढ़ रही बेरोजगारी दर पर लगाम लगाई जा सकेगी। जिससे लोगों के पॉकेट में फिर से पैसे आएंगे। जिससे वो खरीदारी कर पाएंगे। और अगर लोग खरीदारी करेंगे तो वहां कि कंपनियों के नतीजे सुधरेंगे। जिसका असर अमेरिकी शेयर बाजार पर देखने को मिलेगा। और एक बार अमेरिकी कंपनियां और बाजार पटरी पर आ गए तो दुनिया के बाकी देशों की आर्थिक स्थिति में खुद ब खुद सुधार होने लगेगा। यानी ओबामा और उनकी आर्थिक पॉलिसी पर टिकी हुई है कई देशों की अर्थव्यवस्था औऱ उनके बाजारों की नींव। अगर ओबाम अमेरिका को पिछले अस्सी सालों के इस संकट से निकाल ले जाते हैं। तो पूरी दुनिया अमेरिका के इस पहले ब्लैक राष्ट्रपति की ताकत को हमेशा सलाम करेगी।

1 टिप्पणी:

Vinay ने कहा…

बहुत अच्छा ब्लॉग है, बधाई

---आपका हार्दिक स्वागत है
चाँद, बादल और शाम