सोमवार, 21 सितंबर 2009

भारत में 6 करोड़ की कार

अल्टीमेट एरो:दुनिया की सबसे तेज कार दुनिया की सबसे तेज कार भारत में धूम मचाने को तैयार है। भारत में जैसे जैसे लोगों के पास पैसे बढ़ रहे हैं। रफ्तार के दीवानों की संख्या भी उसी रफ्तार में बढ़ रही हैं। और इसे भुनाने के लिए दुनियाभर की कार बनाने वाली कंपनियों ने भारत की ओर अपना स्टेयरिंग मोड़ दिया है। अब कार के लिए करोड़ों रुपए खर्च में लोग नहीं हिचक रहे हैं। इसे देखते हुए कार बनाने वाली अमेरिकी कंपनी एसएससी यानी शेल्बी सुपरकार ने दुनिया में सबसे तेज चलने वाली अपनी कार अल्टीमेट एरो को भारतीय बाजार में उतारने का मन बनाया है। इसे सबसे पहले मुंबई में लांच किया जाएगा। उसके बाद इसे दिल्ली में लांच किया जाएगा। भारतीय बाजार में इस कार की कीमत होगी 6 करोड़ रुपए। इस कार की रफ्तार होगी प्रति घंटे 413 किलोमीटर। जी हां, यही वजह है कि इस कार को दुनिया में सबसे तेज रफ्तार वाली कार का तमगा हासिल है। दुनिया में कोई भी कार इसका पीछा नहीं कर सकती। ये है सुपर कार। जिसकी सवारी करने का सपना दुनियाभर में लोग देखते हैं।  भारत में सुपरकार के दीवानों के लिए ये किसी आश्चर्य से कम नहीं  है कि शेल्बी सुपरकार अपनी अल्टीमेट एरो को भारत में लांच करने वाली है। क्योंकि अबतक अमेरिका के अलावे इसे केवल रुस में ही लांच किया गया है। यानी भारत दुनिया का तीसरा ऐसा देश होगा जहां दुनिया की सबसे तेज चलने वाली कार बिकेगी।   दुनिया की सबसे तेज चलने वाली 6 करोड़ की इस टू सीटर कार में लगा है 6.35 लीटर की ट्वीन टर्बो वी8 इंजन। पावर है 1183 बीएचपी का।  यही वजह है कि हवाई जहाज की आधी स्पीड से आप इस कार में धूम मचा सकते हैं। ये कार बना है लाइटवेट टाइटेनियम और कार्बन फाइबर से। महज सवा दो घंटे में ये कार आपको दिल्ली से पटना पहुंचा देगी। जीरो से 60 की स्पीड पकड़ने में इस कार को लगती है महज 2.7 सेकेंड का समय। कंपनी का मानना है कि वो कुछ दर्जन कार हर साल भारतीय बाजार में बेच लेगी।

मंगलवार, 15 सितंबर 2009

2.5 करोड़ मोबाइल बन जाएगा खिलौना!

क्या आपके मोबाइल का IMEI नंबर है? अगर नहीं तो 30 नवंबर के बाद आपका मोबाइल सेट बच्चों को खेलने वाला खिलौना बन जाएगा। क्योंकि केंद्र सरकार ने सभी मोबाइल ऑपरेटरों को बिना आईएमईआई वाले मोबाइल फोन्स पर 30 नंबवर तक कॉल के आने जाने पर रोक लगाने के आदेश दिए है। किसी भी मोबाइल का IMEI नंबर जांचने का तरीका बेहद आसान है। आपको बस दबाना है स्टार, हैस, जीरो, सिक्स और हैस। इसे दबाते ही आपके मोबाइल स्क्रीन पर आ जाएगा 15 डिजीट का एक नंबर। जिसे कहते हैं IMEI नंबर यानी इंटरनेशनल मोबाइल इक्वीप्मेंट आइडेंटिटी नंबर। तीन महीने पहले सरकार ने बिना IMEI नंबर वाले मोबाइल के इंपोर्ट पर रोक लगा दी थी। लेकिन देश में तब तक इसतरह के करोड़ों मोबाइल बिक चुके थे। एक अनुमान के मुताबिक इस समय देश में करीब ढ़ाई करोड़ मोबाइल ऐसे हैं जिसमें IMEI नंबर नहीं हैं। यानी कि 30 नवंबर तक करीब 2.5 करोड़ मोबाइल ठप्प पड़ जाएंगे। इनकी रिंग टोन नहीं सुनाई देगी। इससे आम लोगों के साथ ही टेलीकॉम ऑपरेटर्स को भारी नुकसान उठाना  पड़ेगा।  सरकार ने जब इसतरह के मोबाइल पर प्रतिबंध लगाया था तो टेलीकॉम ऑपरेटर्स में खलबली मच गई थी। ऑपरेटर्स के दबाव की वजह से ही उस समय तक भारतीय बाजार में आ चुके बिना IMEI नंबर वाले मोबाइल फोन पर प्रतिबंध नहीं लगाया जा सका था। क्योंकि ऑपरेटर्स ने दलील दी थी कि इस तरह के जो मोबाइल बिक चुके हैं उसे बाद में IMEI नंबर दे दिए जाएंगे। लेकिन तीन महीनों के बाद टेलीकॉम डिपार्टमेंट को लगा कि इसतरह से नंबर दे देने के बाद भी लोग फोन का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं। क्योंकि बाद में दिए जाने वाले IMEI नंबर के लिए जो सॉफ्टवेयर बनेगा वो पूरी तरह से सुरक्षित नहीं होगा। ऐसे में बिना IMEI नंबर के मोबाइल को बंद करने के सरकार के फैसले से करोड़ों ऐसे ग्राहकों को नुकसान होगा जो इसतरह के मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं। क्योंकि उन्होंने मोबाइल खरीदते समय इस नंबर का ख्याल नहीं रखा। साथ ही हर महीने जो करीब 1 करोड़ मोबाइल ग्राहक जुड़ रहे थे उनकी संख्यां में भारी कमी आएगी। और टेलीकॉम ऑपरेटर्स को भी भारी नुकसान उठाना पडेगा। लेकिन इनसबसे ऊपर है देश की सुरक्षा। जिसे ध्यान में रखकर सरकार ने 30 नवंबर तक बिना IMEI नंबर वाले मोबाइल पर किसी भी तरह के इनकमिंग या आउटगोइंग कॉल की सुविधा देने से सभी टेलीकॉम ऑपरेटर को मना कर दिया है।

सोमवार, 7 सितंबर 2009

ऑयल इंडिया का आईपीओ हिट

ऑयल इंडिया का आईपीओ धूम मचा रहा है। ऑयल इंडिय के आईपीओ का आज पहला दिन है। ऑयल एक्सप्लोरेशन क्षेत्र में देश की इस दूसरी सबसे बड़ी कंपनी का आईपीओ खुलने के एक घंटे के अंदर ही पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया। ऑयल इंडिया के प्रति शेयर का फेस वैल्यू 10 रुपए है। कंपनी के शेयरों का प्राइस बैंड 950 रुपए से 1050 रुपए के बीच रखा गया है। ये आईपीओ 10 सितंबर के तक खुला रहेगा। कंपनी लोअर प्राइस बैंड पर 2513 करोड़ और अपर प्राइस बैंड पर 2777 करोड़ रुपये जुटा पाएगी। कंपनी के पास ऑयल और गैसे के 40 ब्लॉक भारत में हैं। जबकि दुनिया के 7 देशों में इसके 17 ब्लॉक हैं। ऑयल इंडिया भारत सरकार की मिनी रत्न कंपनी है। ये कंपनी देश और विदेशों में तेल और गैस का ना केवल खोज करती है। बल्कि उसका प्रोडक्शन और ट्रांसपोटेशन का भी काम करती है। साथ ही ऑयल इंडिया प्राकृतिक गैस से एलपीजी की प्रोसेसिंग का भी काम करती है। जानकारों का मानना है कि लंबे समय के लिए इस आईपीओ में पैसा लगाना फायदे का सौदा हो सकता है।   

गुरुवार, 3 सितंबर 2009

लो कर लो बात

फोन पर बात करते समय अब ना तो आपका पल्स तेज होगा और ना ही बिलिंग मशीन का। क्योंकि मोबाइल पर बात करना अब और हो चुका है काफी सस्ता। मोबाइल पर बात करने के दौरान अब आपको घड़ी देखने की जरूरत नहीं होगी। क्योकिं सेकेंड या मिनट के अनुसार अब नहीं आएगा आपका मोबाइल बिल। बल्कि कितने बार आप फोन करते हैं उसके अनुसार आपका मोबाइल बिल आएगा। टाटा टेलीसर्विसेज ने अपने प्री-पेड सीडीएमए ग्राहकों के लिए इस सेवा की शुरूआत की है। इसके तहत टाटा इंडिकॉम के ग्राहक मात्र 1 रुपए कितनी भी लंबी लोकल कॉल कर सकते हैं। वहीं प्रति एसटीडी कॉल के लिए देने होंगे मात्र 3 रुपए। यानी 3 रुपए में देशभर में टाटा इंडीकॉम के ग्राहक कहीं भी कितने भी घंटे तक बात कर सकते हैं। ऐसा पहली बार हुआ है कि मोबाइल पर बात करने के लिए अब पल्स गिनने की नहीं होगी जरुरत। और देश में पहली बार टाटा टेलीसर्विसेज ने इसकी शुरूआत की है। अब से पहले टेलीकॉम ऑपरेटर्स केवल पल्स रेट में छूट और टॉक टाईम में छूट देते थे। लेकिन टाटा टेलीसर्विसेज ने इस नई स्कीम्स की शुरूआत कर टेलीकॉम क्षेत्र में एक नई क्रांती की शुरूआत कर दी है। जिसका जबरदस्त फायदा ग्राहकों को पहुंचेगा। साथ ही ऐसी उम्मीद की जा रही है कि टाटा इंडिकॉम के बाद कई दूसरे ऑपरेटर्स भी इस तरह के स्कीम्स शुरू कर सकते हैं। लेकिन फिलहाल  टाटा टेलीसर्विसेज ने अपने प्री पेड सीडीएमए ग्राहकों के टॉकटाईम को खत्म कर टेलिफोन से चिपकने का एक अच्छा अवसर दे दिया है।