शनिवार, 28 नवंबर 2009

'दुबई वर्ल्ड' से दुनिया परेशान!

दुबई कर्ज संकट ने दुनियाभर के बाजारों को हिला कर रख दिया। दुबई की सरकारी कंपनी दुबई वर्ल्ड ने कर्ज वापस करने के मामले में हाथ खड़े कर दिए हैं। कंपनी ने कर्ज देने वाले फर्म से 6 महीने की मोहलत मांगी है। दुबई की इस कंपनी को 59 अरब डॉलर का कर्ज चुकता करना है। दुनियाभर में छाई आर्थिक मंदी का इस कंपनी पर बहुत बुरा असर पड़ा है। अब जहां पूरी दुनिया मंदी से उबरने में लगी थी। ठीक उसी समय दुबई वर्ल्ड में छाई आर्थिक संकट ने एकबार फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। दुबई वर्ल्ड की आर्थिक स्थिति नाजुक होने की वजह से यूरोप, एशिया सहित दुनियाभर के बाजार लुढ़क गए। हालांकि भारत सरकार का मानना है कि दुबाई कर्ज संकट का भारत पर बहुत कम असर पड़ेगा। और इस संकट से घबराने की जरुरत नहीं है। भारत की कई कंपनियों के पैसे दुबई में लगे हैं। जिसमें प्रमुख हैं।नागार्जुना कंस्ट्रक्शन, लार्सन एंड टुब्रो, पुंज लॉयड, बैंक ऑफ बड़ोदा, वोल्टास, ऑमैक्स, अबन ऑफशोर, स्पाइसजेट और इंडियाबुल्स रियल एस्टेट। दुबई में भारतीय बैंकों और कंपनियों का एक्सपोजर करीब 7000 करोड़ रुपए का आंका जा रहा है। जिसमें सबसे ज्यादा 5000 से 6500 करोड़ रुपए बैंकों के हैं। ऐसा अनुमान है कि बैंक ऑफ बड़ौदा का 5000 करोड़ रुपए और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का 1500 करोड़ रुपए दुबई वर्ल्ड में लगे हैं। भारतीय कंपनियों में से एलएंडटी का 100 करोड़ रुपए और नागार्जुना कंस्ट्रक्श का 400 करोड़ रुपए का ऋण जोखिम आंका गया है। जब अमेरिका और यूरोप में मंदी की आंधी चल रही थी उस समय एशिया में इसका कम असर देखा जा रहा था। लेकिन अब जहां पूरी दुनिया मंदी से निकलने को तैयार हो रही थी तो एशिया में भूचाल आ गया। दुनिया की सबसे बड़ी निवेश कंपनियों में से एक दुबई वर्ल्ड के पास कर्ज चुकाने के पैसे नहीं हैं। अगर दुबई वर्ल्ड कोई प्राइवेट कंपनी होती तो शायद इतनी हाय तौबा नहीं मचती। लेकिन ये दुबई की सरकारी कंपनी है यानी कंपनी के पास पैसे नहीं होने का मतलब है दुबई सरकार के पास पैसे का नहीं होना। ऐसे में सबसे ज्यादा मुसीबत में फसेंगे यूरोप के बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट। जिनका दुबई वर्ल्ड में सबसे ज्यादा पैसे लगे हैं। दुबई में हॉलीवुड स्टार ब्रैड पिट और फुटबॉलर डेबिड बेखम ने भी सम्पत्तियों में भारी निवेश किया है। इन सम्पत्तियों के दाम तेजी से लुढ़क गए हैं। बॉलीवुड बादशाह शाहरुख खान के भी करोड़ों रुपए दुबई में लगे हैं। दुबई कर्ज संकट के असर से लंदन में सोना गुरूवार को अब तक की रिकॉर्ड ऊंचाई 1194.40 डॉलर प्रति औंस से 5 फीसदी गिरकर 1140 डॉलर पर पहुंच गया तो कच्चे तेल के भाव 74 डॉलर प्रति बैरल तक लुढ़क गए। जानकारों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग क्षेत्र का दुबई वर्ल्ड में करीब 12 अरब डॉलर का निवेश हो सकता है। हालांकि दुनियाभर के ज्यादातर बैंक,निवेशक या कंपनियां इसे कबूल करने से बच रही हैं। क्योंकि उनके हां करते ही उनके शेयर धड़ाम से गिर पड़ेंगे चाहे वो दुनिया के किसी भी एक्सचेंज में लिस्टेड हों। अब आप जरुर जानना चाहेंगे आखिर क्या है दुबई वर्ल्ड जिसने अपने नाम के अनुसार पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया। दुबई वर्ल्ड एक इन्वेस्टमेंट कंपनी है। जो दुबई सरकार के प्रोजेक्ट्स और इंडस्ट्री को संभालती है। दुबई को पिछल एक दशक में ट्रेडिंग, कमर्स और टूरिज्म हब बनाने में इस कंपनी का अहम योगदान रहा है। पिछले 6 वर्षों की लगातार तेजी के बाद दुबई का रियल एस्टेट मार्केट सुस्त पड़ गया। जिसने इस कंपनी को संकट में फंसा दिया। अब दुबई में घर के खरीदार नहीं मिल रहे हैं। क्योंकि यहां बने घर एंड यूजर्स तक नहीं पहुंच पाए। दुबई और दुनियाभर के ज्यादातर लोगों ने निवेश के नजरिए से इसे खरीदा था। जो अब उसे बेचकर निकलना चाह रहे हैं। लेकिन उन्हें आधी कीमत पर भी खरीदार नहीं मिल रहे हैं। अगर ये घर उन्हें बेचे जाते जो सचमुच वहां रहना चाह रहे हों तो आज ये नौबत ही नहीं आती।