बुधवार, 5 अक्तूबर 2011

SBI क्राइसिस और शेयर बाज़ार

भारतीय शेयर बाज़ार में गिरावट का सिलसिला ज़ारी है। देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई की रेटिंग कम होने का असर बाजार में लगातार दूसरे दिन भी देखने को मिला। शेयर बाजार करीब 20 महीनों के निचले स्तर पर पहुंच गया। एसबीआई के चेयरमैन प्रतीप चौधरी ने निवेशकों का भरोसा बनाए रखने के लिए कहा है कि सरकार से इस साल 10000 करोड़ रुपए तक की मदद मिल सकती है।

दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद आखिर में शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। बिकवाली का सबसे ज्यादा दबाव बैंक शेयरों पर दिखा। बाजार बंद होने के समय सेंसेक्स 72 अंक गिरकर 15792 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 20 अंकों की गिरावट के साथ 4752 पर बंद हुआ। रेटिंग घटाए जाने के बाद एसबीआई के शयरों में आज भी कमजोरी देखी गई। एसबीआई के शेयर लगातार दूसरे दिन करीब 4 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए।

एसबीआई के चेयरमैन प्रतीप चौधरी ने माना कि बैंक को पूंजी की ज़रूरत है। हालांकि उन्होंने भरोस जताया कि बैंक का रीकैपिटलाइजेशन प्लान इस साल दिसंबर तक या अगले साल मार्च तक पूरा हो जाएगा। एबीआई के चेयरमैन ने माना कि बढ़ता एनपीए सभी बैंकों के लिए चिंता की बात है। इसे कम करने के लिए अब उन्हीं कंपनियों को कर्ज दिए जाएंगे जिनकी रेटिंग अच्छी होगी। एसबीआई ने सरकार से अगले 5 वर्षों में 21000 करोड़ रुपए तक की मदद की गुहार लगाई है। एसबीआई के चेयरमैन का मानना है कि इस साल सरकार से 3000 से लेकर 10000 करोड़ रुपए तक की मदद मिल जाएगी।

एसबीआई के अलावा आज सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में शामिल हुए हिंडाल्को, भेल, आईसीआईसीआई और कोटक महिंद्रा। आईटी, एफएमसीजी, हेल्थकेयर सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी सेक्टर्स में बिकावली देखी गई। अमेरिकी और यूरोपीय बाजारों की तेजी भी भारतीय बाजार को नहीं संभाल पाया।

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