शुक्रवार, 6 जुलाई 2012

अर्थव्यवस्था पर दो सिंह की म्याउं


भारत की अर्थव्यवस्था में सुस्ती आ चुकी है। और ये सुस्ती अगले 5 सालों तक बनी रहेगी। ऐसा कहना है योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलुवालिया का। अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी लोगों के सोने में निवेश नहीं करने की सलाह दी है।

आखिरकार सरकार ने भी अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के नाम पर अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। पिछले साल तक 9 फीसदी की बात करने वाली योजना आयोग ने अब साफ कर दिया है कि 9 फीसदी विकास दर हासिल करना संभव नहीं है। और वो भी एक-दो नहीं बल्कि पूरे पांच सालों तक। मोंटेक के अनुसाल अगले पांच सालों तक 8 से 8.5 फीसदी विकास दर हासिल की जा सकती है। और इसके लिए भी काफी मेहनत की ज़रूरत है।

भारतीय अर्थव्यवस्था की गंभीर स्थिति पर प्रधानमंत्री की चिंता भी साफ दिखाई दे रही है। प्रधानमंत्री मनमहोन सिंह ने जो कि अब वित्त मंत्रालय का काम भी देख रहे हैं..कहा है कि लोग सोने में निवेश ना करें। भारतीय अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए पीएम मनमोहन सिंह ने आम आदमी से ये अपील की है।दरअसल सरकार के साथ ही बैंकों के पास भी फिलहाल लिक्विडिटी यानी पैसे की कमी साफ झलक रही है। ऐसे में अगर लोगों के पैसे सोने के बदले बैंकों में जमा होंगे तो उसका उपयोग देश में विकास कार्यों पर हो पाएगा। इससे अर्थव्यवस्था में तेजी के साथ ही रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

असल में देश की अर्थव्यवस्था यूपीए टू सरकार से संभाले नहीं संभल रही है। ये सरकार घोटाले और दलाली की लीपापोती और सहयोगी दलों के मान मनौव्वल में ज्यादा समय, पैसे और एनर्जी बर्बाद कर रही है। अर्थव्यवस्था से जुड़े कोई ठोस फैसले नहीं कर पा रही है। और ये दौर आगे भी कम से कम 2014 के लोकसभा चुनाव तक जारी रहेगी। ऐसे में अगले प्रेस वार्ता में अगर मोंटेक ये कहते हैं कि 8.5 या 8 फीसदी भी विकास दर संभव नहीं है तो इसके लिए भी देशवासियों को तैयार रहना चाहिए।

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