कार बनाने वाली देश की सबसे
बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी के मानेसर प्लांट में आज उत्पादन ठप्प है। प्लांट में कल
हुईं हिंसा के बाद मैनेजमेंट ने इसे बंद करने का फैसला किया है। फिलहाल पुलिस
कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है।
मारुति सुजुकी के मानेसर प्लांट
में कर्मचारियों और मैनेजमेंट के बीच 18 मई को हुई हिंसा में जिस अधिकारी की मौत
हुई थी। उनकी पहचान प्लांट के जेनरल मैनेजर एचआर अवनिश कुमार देव के रुप में कर ली
गई है। इस मामले में फिलहाल पुलिस ने करीब 100 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है।
और उनसे पूछताछ की जा रही है। हिंसा के दौरान करीब 40 लोग घायल हुए हैं।
मानेसर प्लांट के कर्मचारी यूनियन ने कहा है कि एक कर्मचारी को मैनेजमेंट
के एक अधिकारी ने दलित शब्दों के साथ गाली दी जिसका विरोध करने पर उस कर्मचारी को
काम से हटा दिया गया। जब दूसरे कर्मचारियों ने इसका विरोध किया को मैनेजमेंट ने
बाहर से बाउंसर बुलाकर विरोध को कुचलने की कोशिश की। जिसके बाद हिंसा भड़क उठी।
इस प्लांट में 33 हजार करोड़ रुपये की पूंजी लगी हुई है। यहां हर साल साढ़े पांच लाख कारें बनती हैं। इस हंगामे की वजह से मारुति के शेयर शुरुआती कारोबार में करीब 8 फीसदी तक लुढ़क गए। मैनेजमेंट की मनमानी और कर्मचारी यूनियन नहीं बनने देने की वजह से पिछले एक साल में कई बार मारुति के इस मानेसर प्लांट में हड़ातालें हुई हैं। जिससे कंपनी को सैकड़ों करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
इस प्लांट में 33 हजार करोड़ रुपये की पूंजी लगी हुई है। यहां हर साल साढ़े पांच लाख कारें बनती हैं। इस हंगामे की वजह से मारुति के शेयर शुरुआती कारोबार में करीब 8 फीसदी तक लुढ़क गए। मैनेजमेंट की मनमानी और कर्मचारी यूनियन नहीं बनने देने की वजह से पिछले एक साल में कई बार मारुति के इस मानेसर प्लांट में हड़ातालें हुई हैं। जिससे कंपनी को सैकड़ों करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
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