सोमवार, 13 अप्रैल 2009

बिक गई सत्यम

टेक महिंद्रा का टेकओवर सत्यम को मिल गया है नया है नया मालिक। टेक महिंद्रा ने सबसे ज्यादा बोली लगाकर सत्यम को अपनी झोली में डाल लिया है। टेक महिंद्रा ने 58 रुपए प्रति शेयर की सबसे ऊंची बोली लगाई है। जो कि सबसे ज्याद थी। वहीं सत्यम में 12 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाली कंपनी एल एंड टी ने प्रति शेयर 45 रुपए 95 पैसे की बोली लगाई। यानी आगले कुछ दिनों में  कंपनी लॉ बोर्ड की मंजूरी के बाद सत्यम की बागडोर अब टेक महिंद्रा के हाथों में सौंप दी जाएगी। सत्यम की 51 फीसदी शेयर खरीदने के लिए महिंद्रा एंड महिंद्रा को करीब 2890 करोड़ रुपए खर्च करना होगा। हालांकि फिलहाल टेक महिंद्रा को सत्यम के 31 फीसदी शेयर जारी किए जाएंगे। जिसके बाद सत्यम की बागडोर टेक महिंद्रा के हाथों में सौंप दी जाएगी। हालांकि इसके लिए टेक महिंद्रा को 1756 करोड़ रुपए खर्च करने होंगे। जिसके बाद कंपनी को 20 फीसदी शेयर ओपेन ऑफर के जरिए निवेशकों से खरीदना होगा। जानकारों का मानना है कि टेक महिंद्रा के लिए ये एक फायदे का सौदा साबित हो सकता है। क्योंकि टेक महिंद्रा काफी समय से अपना बिजनेस बढ़ाने के बारे में विचार कर रही थी। और सत्यम को खरीदने से अच्छा मौका टेक महिंद्रा के लिए कोई दूसरा नहीं हो सकता था। टेक महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा भी सत्यम को जीतने के बाद निश्चिंत दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि टेक महिंद्रा के लिए ये एक ऐतिहासिक दिन है। और काफी मेहनत के बाद वो सत्यम के इतने करीब पहुंच पाए हैं। सत्यम का साथ होना टेक महिंद्रा के लिए फायदे का सौदा होगा। क्योंकि पहले से ही यूरोप में अपने पैर जमा चुके टेक महिंद्रा के लिए अमेरिकी बाजार थाली में सजा हुआ मिल जाएगा। सत्यम के लिए बोली लगाने वालों में इंजीनियर क्षेत्र की दिग्गज कंपनी लार्सन और ट्रूब्रो और अमेरिकी अरबपति निवेशक विल्बर रॉस भी थे। लेकिन आनंद महिंद्रा की कंपनी टेक महिंद्रा ने सबको पछाड़ते हुए सत्यम पर पकड़ बना ली। यानी सत्यम की सवारी कर आने वाले दिनों में टेक महिंद्रा भारतीय आईटी सेक्टर में एक अलग पहचान कायम कर सकती है।

1 टिप्पणी:

Unknown ने कहा…

ये तो होना ही था , अब देखना है कि कैसे कार्य करती है कंपनी ।