सोमवार, 24 मई 2010
10 फीसदी विकास दर का लक्ष्य
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आसमान छूती महंगाई पर काबू पा लेने का विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि दिसंबर तक महंगाई दर घटकर 5 से 6 प्रतिशत रह जाएगी। प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थो की कीमतों में आई तेजी और देश के अलग अलग हिस्सों में आई बाढ़ तथा मौसम की मार को कीमतों में तेजी की वजह बताया।
यूपीए सरकार की दूसरी पारी की पहली वर्षगांठ के मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि 2008 के आर्थिक संकट से दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं में गिरावट रही। लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था संकट के इस दौर में भी मजबूती से आगे बढ़ती रही।
दुनिया के मुकाबले देश की अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन को बेहतर बताते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोमवार को कहा कि सरकार की प्राथमिकता मध्यावधि में 10 फीसदी की विकास दर हासिल करना और महंगाई की दर कम करना है। उन्होंने कहा कि सरकार के एजेंडे में सामाजिक हितों का ध्यान रखना आज भी सबसे ऊपर है।
यही नहीं प्रधानमंत्री ने असंगठित क्षेत्र के लिए नेशनल सोशल सिक्योरिटी फंड गठित करने का ऐलान किया है। और इस फंड में शुरुआत में 1000 करोड़ रुपए जमा करने का इरादा जताया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा है कि फूड सिक्योरिटी बिल के ड्राफ्ट की तैयारी चल रही है।
भ्रष्टाचार को कम करने के लिए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकारी काम काज में पारदर्शिता पर जोर दिया जाएगा। साथ ही ज्यूडीसियल रिफॉर्म को आगे बढ़ाने की बात प्रधानमंत्री ने की है।
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1 टिप्पणी:
10 प्रतिशत ग्रोथ तो ठीक है..लेकिन इसका फायदा आम लोगों तक पहुंच नहीं पाता..ग्रोथ की मलाई कुछ गिने-चुने लोगों तक सिमट कर रह जाती है..गरीब की गरीबी जबतक नहीं जाएगी तबतक ग्रोथ केवल झुनझुना है और कुछ नहीं...
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