बुधवार, 20 मई 2009

प्रॉपर्टी में निवेश का है ये सही समय

घर का सपना सच करने का है ये सही समय। क्योंकि पिछले कई महीनों से लगातार फ्लैट्स और प्रॉपर्टी की कीमतों में आर रही गिरावट का दौर अब खत्म हो सकता है। पिछले 6 महीनों में देशभर में फ्लैट्स की कीमतों में 25 से 50 फीसदी तक की कमी आई है। और ये कमी की है देश की बड़ी-बड़ी रियल्टी कंपनियों ने। दिल्ली में कुछ महीने पहले डीएलएफ के किसी प्रोजेक्ट में फ्लैट बुक कराने के लिए 8500 रुपए प्रति वर्गफुट की दर से रुपए खर्च करने होते थे। जो कि अब घटकर 5000 रुपए प्रति वगर्फुट पर पहुंच चुका है। यानी फ्लैट्स की कीमतों में 41.2 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं यूनिटेक के गुड़गांव के प्रोजेक्ट में फ्लैट्स की कीमतों में  करीब 30 फीसदी की कमी आई है। पहले यूनिटेक 4500 रुपए प्रति वर्गफुट के हिसाब से फ्लैट्स बेचता था। जो कि अब घटकर 3200 रुपए प्रति वर्गफुट पर आ चुका है। यूनिटेक ने मुंबई के दादर में अपने फ्लैट्स की कीमतों में करीब 36 फीसदी की कमी  की है। एचडीआईएल ने मुंबई के कुर्ला में अपने फ्लैट्स की कीमतें 7500 रुपए प्रति वर्गफुट से घटाकर 5500 रुपए प्रति वर्गफुट कर दी है। यानी कि कीमतों में करीब 27 फीसदी की कटौती। साथ ही एचडीआईएल के अंधेरी में फ्लैट्स की कीमतों में 37.5 फीसदी की कमी की है। दक्षिण भारत में भी प्रॉपर्टी की कीमतों में भारी कमी देखी जा रही है। रियल एस्टेट डेवलपर पुर्वांकरा चेन्नई में 6 महीने पहले अपने फ्लैट्स 3500 रुपए प्रति वर्गफुट के हिसाब से बेच रहा था जो कि अब घटकर 1785 रुपए प्रति वर्गफुट पर पहुंच चुका है। यानी 49 फीसदी की गिरावट। सस्ते फ्लैट्स की वजह से रियल एस्टेट कंपनियों के कारोबार में धीरे धीरे सुधार होने लगा है। फ्लैट्स बुक कराने वालों की संख्यां में बढ़ोतरी देखी जा रही है। पिछले कुछ दिनों में लांच हुए सस्ते फ्लैट्स को लोगों ने हाथों हाथ लिया है। घर बुक करने के लिए अब लोगों को कम सोचना पड़ रहा है क्योंकि पहले से ही काफी कम हो चुकी होम लोन दरों और भी गिरावट के संकेत मिल रहे हैं। यानी अपने घर का सपना सच करने का हो सकता है ये एक सही समय। और अगर आप प्रॉपर्टी में निवेश करना चाहते हैं तो है ये आपके लिए बेहतर समय। क्योंकि शेयर बाजार की तरह कहीं ऐसा ना हो कि प्रॉपर्टी बाजार में भी आप निचले लेवल पर खरीदारी करने से चूक जाएं। क्योंकि होम लोन दरों में बहुत जल्द एक बार और कटौती होने वाली है। जिससे ज्यादा से ज्यादा कस्टमर घर को ओर भागेंगे। और ऐसे में कीमतें नीचे जाने के बदले ऊपर का रूख कर लेंगे। साथ ही यूपीए सरकार ने पहले ही जता दिया है कि बिना हाउसिंग सेक्टर्स में सुधार के इकॉनोमी में सुधार संभव नहीं है। क्योंकि इससे स्टील, सीमेंट सहित कई सेक्टर जुड़े हुए हैं।

2 टिप्‍पणियां:

संगीता पुरी ने कहा…

अच्‍छी जानकारी भरी खबर .. धन्‍यवाद।

नितिन ने कहा…

भाई राजीव जी...इस अच्छी जानकारी के लिए धन्यवाद...लेकिन आजकल दिल्ली-एनसीआर में हाईवे के किनारे कार से भी सस्ते घरों के तमाम होल्डिंग्स लगे हैं....भाई क्या माजरा है जरा तफ्सील से बताएं....मैं भी घर खरीदना चाहता हूं लेकिन निवेश के लिए नहीं अपने रहने के लिए...मेरा बजट 20-25 लाख तक का है...इतने में दिल्ली एनसीआर में 2bhk का अच्छा फ्लैट कहां मिल सकता है...
नितिन