सोमवार, 15 मार्च 2010
अमेरिका में भारतीय निवेश
अमेरिका में सबसे ज्यादा निवेश करने वाले देशों की लिस्ट में भारत का नाम तेजी से ऊपर चढ़ रहा है। साल 2004 से साल 2008 के बीच अमेरिका में तेजी से निवेश करने वाले देशों में भारत दूसरे पायदान पर पहुंच गया है। वहीं पहले स्थान पर है संयुक्त अरब अमीरात।
अब से पहले अमेरिका में सबसे ज्यादा तेजी से निवेश करने वाले देशों में यूरोपीय देश प्रथम होते थे। लेकिन समय के साथ साथ सबकुछ बदल रहा है। आज दुनिया के पांच सबसे अमीर लोगों में दो भारतीय हैं। साल 2004 से साल 2008 के बीच अमेरिका में संयुक्त अरब अमीरात का निवेश ग्रोथ 230 फीसदी रहा। वहीं इस दौरान भारत 64 फीसदी ग्रोथ के साथ अमेरिका में निवेश करने में दूसरे स्थान पर रहा।
हालांकि अमेरिका में कुल विदेशी निवेश की बात करें तो अभी भी यूरोपीय देश इसमें अव्वल हैं। क्योंकि अमेरिका में कुल विदेशी निवेश के करीब 62 फीसदी हिस्से यूरोपीय देशों से आए हैं। जिसमें स्वीटजरलैंड,यूके,जर्मनी,फ्रांस और स्पेन का सबसे बड़ा योगदान है। वहीं दूसरी पंक्ति में हैं जापान,कनाडा और ऑस्ट्रेलिया।
लेकिन अब बहुत तेजी से भारत और चीन जैसे एशिया के दूसरे देशों से अमेरिका में निवेश की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में आने वाले दिनों में ठीक वैसे ही अमेरिका में भारतीय कंपनियों की तूती बोल सकती है जैसे अभी अमरीकी कंपनियों की दुनिया के दूसरे देशों में बोल रही है।
यही नहीं, अमेरिका के टॉप बिजनेस स्कूलों से एमबीए की डिग्री लेकर निकले युवा नौकरी के लिए भारत सहित दूसरे एशियाई देशों का रुख कर रहे हैं। क्योंकि मंदी की दौर में वॉल स्ट्रीट की चमक फीकी पड़ने के बाद हालात बदल गए हैं। अब बड़ी संख्या में अमेरिका के एमबीए डिग्रीधारी युवा भारत और चीन में नौकरी पाना चाहते हैं।
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1 टिप्पणी:
सबसे आगे होगा हिंदुस्तानी....
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