बुधवार, 19 मई 2010
दो बैंकों की शादी यानी मर्जर
काफी समय से मुसीबत में फंसे बैंक ऑफ राजस्थान यानी बीओआर ने आखिरकार राहत की सांस ली है। और इसे राहत दी है आईसीआईसीआई बैंक ने। देश के सबसे बड़े निजी बैंक के साथ बीओआर का मिलन हो गया है। बैंक ऑफ राजस्थान का मर्जर हो गया है आईसीआईसीआई बैंक के साथ।
पिछले कई महीनों से बीओआर पर रिजर्व बैंक का दबाव था। रिजर्व बैंक के गाइडलाइन के मुताबिक बैंक में प्रोमोटर्स की हिस्सेदारी 10 फीसदी से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। लेकिन बीओआर के प्रोमोटर्स तयाल परिवार की हिस्सेदारी इस बैंक में 55 फीसदी के करीब है। जिसे कम करने का दबाव तयाल फैमिली पर बना हुआ था।
इस मर्जर के बाद शेयर धारकों को बीओआर के प्रति 118 शेयर के बदले आईसीआईसीआई बैंक के 25 शेयर मिलेंगे। यानी तयाल फैमिली को 8.88 करोड़ बीओआर के शेयर के बदले आईसीआईसीआई बैंक के 1.88 करोड़ शेयर मिलेंगे। जिसकी कीमत होगी करीब 1672 करोड़ रुपए। इस मर्जर के समय बीओआर के शेयर प्राइस के अनुसार बैंक की कीमत 1500 करोड़ आंकी गई। लेकिन आईसीआईसीआई बैंक ने बीओआर की वैल्यू 3040 करोड़ रुपए तय किया यानी मार्केट प्राइस से दोगुना। इस मर्जर के बाद आईसीआईसीआई बैंक में तयाल फैमिली की हिस्सेदारी करीब 1 फीसदी हो जाएगी।
इस खबर के बाद दो कारोबारी दिनों में बीओआर के शेयर करीब 40 फीसदी चढ़ गए। वहीं आईसीआईसीआई बैंक के शेयर में करीब 6 फीसदी की गिरावट देखी गई।
बीओआर का कुल बिजनेस करीब 23000 करोड़ रुपए का है। वहीं आईसीआईसीआई बैंक का बिजनेस करीब 384000 करोड़ रुपए का है। बीओआर के देशभर में करीब 463 ब्रांच हैं वहीं आईसीआईसीआई बैंक के देशभर में 2000 से ज्यादा ब्रांच हैं।
आईसीआईसीआई बैंक में वर्ष 2007 में महाराष्ट्र स्थित सांगली बैंक का विलय हुआ था। साथ ही प्राइवेट बैंक सेक्टर में सबसे बड़ा मर्जर 2008 में एचडीएफसी बैंक और सेंचुरियन बैंक ऑफ पंजाब के बीच हुआ था।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
2 टिप्पणियां:
इससे आम आदमी को क्या फायदा होगा , ये तो बैंकों के बीच का सौदा है
http://madhavrai.blogspot.com/
http://qsba.blogspot.com/
माधव जी, अगर आपके पास बैंक ऑफ राजस्थान के शेयर होते तो जरुर पता चल जाता..फायदा...
एक टिप्पणी भेजें