गुरुवार, 15 मई 2008
लाल हुआ पिंक सिटी
एक के बाद एक आठ बम धमाकों से राजस्थान की राजधानी जयपुर थर्रा उठा। पच्चास से ज्यादा बेकसूर लोग मारे गए। आतंकियों ने राजस्थान को इसलिए भी चुना क्योंकी दुनिया की ज्यादातर देशों में लोग जयपुर को जानते हैं। वर्ल्ड टूरिज्म में जयपुर की अलग पहचाना है। देश में होने वाली टूरिज्म की कुल कमाई का एक बड़ा हिस्सा जयपुर से आता है। साथ ही जयपुर में ऐसी बहुत सी इंडस्ट्री है जिसके सुस्त पड़ जाने या बंद हो जाने से भारतीय अर्थव्यवस्था को कुछ झटका लग सकता है।पहड़ी किलों से घिरा राजस्थान की राजधानी जयपुर का देश के टूरिज्म इंडस्ट्री में अहम स्थान है। इसलिए इसे गोल्डेन ट्रेंगल का हिस्सा बनाया गया है। जहां हर साल लाखों की संख्यां में सैलानी आते हैं। जो राज्य सरकार की कमाई का एक बहुत बड़ा जरिया है। इसके अलावे जयपुर में कई इंडस्ट्री भी हैं।
बड़े और मध्यम स्तर की यहां 48 कंपनियां हैं। जबकि छोटे स्तर की 19544 कंपनियां हैं। जो कि जयपुर की 19 इंडस्ट्रीयल एरिया में फैली हुई हैं। जयपुर में 1300 करोड़ रुपए के महंगे पत्थरों का कारोबार हर साल होता है। केवल पन्ना की कटिंग और पॉलिसिंग से जयपुर को हर साल 300 करोड़ रुपए कीकमाई होती है।
जयपुर के मुख्य इंडस्ट्रीयल प्रोडक्ट हैं
ग्रेनाइट स्लेब्स और टाइल्स, लकड़ी के सामान, पॉटरी, डाइंग और प्रिटिंग, हाथ से बना पेपर, हैंडीक्राफ्ट, हैलोजन ऑटो बल्ब, पर्फ्युम्स, पीवीसी फुटवीयर,कैनवस शूज,पोर्टलैंड सीमेंट, रेडीमेड कपड़े, सिंथेटिक शूटिंग एंड शर्टिंग,रिफाइंड तेल, वनस्पति घी, सूजी, गेहूं का मैदा, सिंथेटिक लेदर।
जयपुर से निर्यात किए जाते हैं
पीतल के समान, जेम्स एंड ज्वैलरी, ग्रेनाइट टाइल्स, हैंडलूम, मार्बल, टेक्सटाइल और प्रिंडेट कपड़े, रेडीमेड कपड़े और वूलेन कार्पेट।
धमाके के बाद कई टूरिस्टों ने अपनी टिकट कैंसिल करा ली। जिससे राज्य के राजस्व पर नाम मात्र का ही असर होगा। धमाके के दो दिन बाद ही आम जिंदगी पटरी आ गयी है। जससे लगता है कि उद्योग धंधों को ज्यादा नुकसान होने की गुंजाइश नहीं है। लेकिन लोगों की अमूल्य जिंदगी की शायद ही भरपाई हो पाएगी। अब सरकार को चाहिए की हर धमाके के बाद किसी संदिग्ध की स्केच बनाकर उनकी लकीरों पर रोटी न सेंकते हुए कोई ठोस कदम उठाए। और एक के बाद एक धमाके के लिए किसी राज्य या किसी खुफिया तंत्र की नाकामी पर कीचर उठाने की बजाए एक अलग पर मजबूत फेडरल सिस्टम की गठन की सोचे।
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1 टिप्पणी:
पता नहीं था कि पर्यटन के अलावा जयपुर में इतने तरह की अलग-अलग व्यापारिक गतिविधियाँ भी होती हैं. अच्छी जानकारी.
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