मंगलवार, 9 सितंबर 2008
भारत नौकरी देने में अव्वल
सबसे ज्यादा नौकरी भारत में
नौकरी के लिए अब आपको विदेश जाने की जरूरत नहीं है। क्योंकि फिलहाल सबसे ज्यादा नौकरी भारत में ही उपलब्ध है। ये बात दुनिया की नामी रिक्रुटमेंट फर्म मैनपॉवर की एक सर्वे में सामने आई है।
भारत में नौकरी के हजारों अवसर पैदा होने वाले हैं। नौकरी देने के मामले में भारत दुनिया में सबसे आगे है। ग्लोबल फर्म मैनपावर के सर्वे में ये बात समाने आई है। हालांकि पिछली तिमाही के मुकाबले इसमें दो फीसदी की कमी आई है। लेकिन अगर पिछले साल की चौथी तिमाही से इसकी तुलना करें तो आने वाले तीन महीनों में रोजगार के अवसर 1 फीसदी बढ़ेंगे।
लगातार दूसरी बार भारत नौकरी देने के मामले में अव्वल रहा है। हालांकि दुनिया की दूसरी कई बड़ी अर्थव्यवस्था पर इस समय मंदी की तलवार लटकर रही है। साथ ही भारत की विकास दर का 8 फीसदी के नीचे रहने का अनुमान है। ऐसे माहौल में भी भारत में नौकरी के ज्यादा से ज्यादा अवस पैदा हो रहे हैं।
इस रिपोर्ट में ये बात सामने आई है कि देश के पूर्वी हिस्से में इस तिमाही में सबसे ज्यादा नौकरी के अवसर पैदा होंगे। दुनिया के तैतींस देशों और भूभागों का जायजा लेने के बाद मैनपावर ने माना की सबसे ज्यादा नौकरी तो भारत में है।
ऐसा नहीं है कि सभी सेक्टरों में रोजगार बढ़ते ही जा रहे हैं। तीसरी तिमाही के मुकाबले कुछ सेक्टरों जैसे सर्विसेज, फाइनेंस, इंश्योरेंस और रियल एस्टेट में रोजगार के अवसर कुछ कम हुए हैं। जिसकी वजह है दुनिया की कई अर्थव्यवस्था में आई हल्की सुस्ती। लेकिन इसकी कमी माइनिंग और कंस्ट्रक्शन सेक्टर ने पूरी कर दी है। जहां लगातार पांच तिमाही से रोजगार के अवसर बढ़ते ही जा रहे हैं। यानी आप रोजगार की तलाश में विदेश जाने की सोच रहे हैं तो टिकट कैंसिल करना ही आपके लिए उचित होगा। क्योंकि दुनिया में सबसे ज्याद नौकरी फिलहाल भारत में है।
आइए नजर डालते हैं इस सर्वे के कुछ अहम प्वाइंट्स पर
- अगले तीन महीनों में सबसे ज्यादा नौकरी भारत में
- दुनिया में सबसे ज्यादा नौकरी भारत में
- विदेशों से ज्यादा नौकरी के अवसर भारत में
- पिछले साल की चौथी तिमाही से 1 फीसदी ज्यादा नौकरी
- तीसरी तिमाही के मुकाबले नौकरी में 2 फीसदी की कमी
- ग्लोबल मंदी का भारत पर मामूली असर
- मैनपावर ने भारत में 5000 रोजगार देने वाली कंपनियों से बात की
- दुनियाभर की अर्थव्यवस्था में आई हल्की सुस्ती का असर कुछ सेक्टर्स पर
- सर्विसेज, फाइनेंस, इंश्योरेंस और रियल स्टेट में रोजगार में हल्की कमी
- माइनिंग और कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में रोजगार के अवसर में जबरदस्त तेजी
- माइनिंग और कंस्ट्रक्शन में लगातार 5 तिमाही से बढ़ रहे हैं रोजगार
- पब्लिक-प्राइवेट पार्टिसिपेशन की वजह से बढ़े हैं रोजगार के अवसर
- मैनपावर भारत में 7 सेक्टर्स में रोजगार देने वालों से बात की
- सर्वे में फाइनेंस, रियल एस्टेट, इंश्योरेंस, मैन्युफैक्चरिंग, माइनिंग एंड कंस्ट्रक्शन, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन एंड एजुकेशन शामिल
- सर्विसेज, ट्रांसपोर्टेशन एंड यूटिलिटिज, होलसेल एंड रिटेल सेक्टर्स में रोजगार देने वालों से भी मैनपावर ने बात की
- इस सर्वे में एशिया पैसेफिक के 8 देश शामिल
- मैन्युफैक्चरिंग, रिटेल और होलसेल सेक्टरों लगातार बढ़ रहे हैं रोजगार के अवसर
- पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन और एजुकेशन सेक्टर में पिछली तिमाही से 7 फीसदी ज्यादा रोजगार
- ट्रांसपोर्टेशन और यूटिलिटी क्षेत्र में अगले तीम महीनों में 5 फीसदी ज्यादा रोजगार।
- भारत के पूर्वी क्षेत्र में सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा होंगे
- रोजगार का दूसरा सबसे बड़ा अवसर दक्षिणी भारत में पैदा होंगे
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4 टिप्पणियां:
आपका ब्लाग हिन्दी चिट्ठाकारी में एक नया आयाम है। निवेश पर लिखने के लिये साधुवाद और शुभकामनाएँ।
अब आपसे ऐसे-ऐसे लेखों की आशा है कि पाठक पढ़ने के लिये मजबूर हो जाय। यदि हिन्दी में अच्छे विचार (आइडियाज) लोगों को मिलने लगेंगे तो लोग इसे छोड़कर कहीं नहीं जाने वाले।
अब इस पोस्ट के बारे में। इस पोस्ट के शीर्षक से ही मुझे बहुत खुशी हुई। पढ़ने पर और अच्छा लगा। आपने काफी सामग्री दी है।
एक चीज पूछना चाहता हूँ - यह सर्वाधिक नौकरियों का आंकड़ा कुल संख्या में है या भारत की संख्या के प्रतिशत में है? क्योंकि यह तो स्वाभाविक लगता है कि भारत की जनसंख्या अधिक होने से नौकरियाँ भी अधिक होंगी।
भारतीयों के लिए एक खुशखबरी भरा समाचार सुनाया आपने।
अनुनाद जी, ये आंकडे ना तो भारत में लोगों की संख्यां पर आधारित है और ना ही कुल संख्यां के प्रतिशत पर...ये आंकड़े नौकरी देने वालों पर आधारित हैं...मैनपावर वाले कई सेक्टर्स में नौकरी देने वाले अधिकारियों के बात करते हैं...और उनसे पूछते हैं कि अगले तीन महीनों में आप कितने लोगों को नौकरी पर रखेंगे...और फिछले तीन महीनों के मुकाबले अगर अधिकारी कहते हैं कि ज्यादा लोग रखेंगे या कम लोग रखेंगे तो प्रतिशत टर्म में निकाल लेते हैं कि नौकरी के अवसर बढ़ रहे हैं या घट रहे हैं...यही प्रक्रिया पूरी दुनिया में अपनायी जाती है...और तब निष्कर्ष निकाला जाता है कि किस देश में सबसे ज्यादा नौकरी के अवसर हैं..मैनपावर का ये रिपोर्ट हर तीन महीने में आता है।
अच्छी जानकारी है
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