गुरुवार, 14 जुलाई 2022

US में चरम पर महंगाई: शरीर और गाड़ियों का ईंधन हुआ महंगा

 



US में महंगाई 41 साल के शिखर पर पहुंच चुका है। US रिटेल महंगाई 8.8% अनुमान के मुकाबले 9.1% पर पहुंच गया है। हालांकि ब्रेंट यानी कच्चा तेल का भाव फिलहाल $100 के नीचे बरकरार है। लेकिन डॉलर इंडेक्स 108 के ऊपर यानी 20 साल के शिखर पर जा पहुंचा है। महंगाई की वजह से अमेरिकी बाजार में कल गिरावट भरा कारोबार देखा गया साथ ही US फ्यूचर्स में गिरावट देखी जा रही है। कल Dow में 208 और Nasdaq में 17 प्वाइंट की गिरावट जबकि S&P 500 में 17 प्वाइंट की गिरावट दर्ज की गई।

 

 

महंगाई पर लगाम लगाने के लिए अमेरिकी सेंट्रल बैंक यानी US फेड ब्याज दरों में 1% की बढ़ोतरी कर सकता है। यही नहीं दुनियाभर के देशों में महंगाई के लेकर अफरा-तफरी का माहौल है। महंगाई पर कंट्रोल के लिए कनाडा, दक्षिण कोरिया और न्यूजीलैंड ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। न्यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया ने 0.5% ब्याज दरें बढ़ाई हैं जबकि कनाडा ने 100 बेसिस प्वाइंट ब्याज दरें बढ़ाई है।


 

अमेरिका में एनर्जी इंडेक्स में 41.6% की तेजी दर्ज की गई है। जबकि फूड इंडेक्स भी 1981 के बाद अपने शिखर 10.4% पर जा पहुंचा है। यानी कि इंधन चाहे गाड़ियों का हो या शरीर का दोनों में अंधाधुंध तेजी देखी जा रही है।

 

महंगाई इस इस आंकड़े को अमेरिकी राष्ट्रपित जो बाइडेन ने सिरे से खारिज कर दिया है। बाइडेन ने कहा कि महंगाई का ये आंकड़ा स्वीकार्य नहीं है क्योंकि ये डाटा पुराना है। क्योंकि महंगाई के इस डाटा में एनर्जी में गिरावट शामिल नहीं है। जबकि एनर्जी का हिस्सा मंथली रिटेल महंगाई में करीब 50% के करीब होता है। मध्य जून से अबतक पेट्रोल भाव में 40 सेंट की गिरावट दर्ज की गई है।

 

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