सोमवार, 13 जून 2011
इंश्योरेंस क्षेत्र में रिलायंस इंडस्ट्रीज
मुकेश अंबानी ने अपने छोटे भाई अनिल अंबानी के क्षेत्र में कदम रख दिया है। मुकेश की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भारती एक्सा में भारती की हिस्सेदारी खरीदने का फैसला किया है। इंश्योरेंस क्षेत्र में अनिल अंबानी की कंपनी पहले से काम कर रही है। यानी आने वाले दिनों में दोनों भाईयों के बीच बिजनेस को लेकर हो सकता है टशन।
आने वाले दिनों में आरआईएल यानी रिलायंस इंडस्ट्रीज लाइफ इंश्योरेंस और जनरल इंश्योरेंस की पॉलिसी बेचेगी। यानी अब बड़े भाई का मुकाबला होगा छोटे भाई की दो कंपनियों से। जसके नाम हैं रिलायंस लाईफ और रिलायंस जेनरल इंश्योरेंस।
तेल और गैस कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज और उसकी गैस ट्रांसपोर्टेशन इकाई रिलायंस इंडस्ट्रियल इंफ्रा मिलकर भारती एक्सा जीवन बीमा और जनरल बीमा में 74 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेंगी। सुनील मित्तल के भारती एंटरप्राइजेज ने 2006 में इन कंपनियों की शुरुआत फ्रांस की एक्सा के साथ की थी। भारती एक्सा लाइफ इंश्योरेंस और भारती एक्सा जनरल इंश्योरेंस की बाजार हिस्सेदारी दो फीसदी से कम है।
इस डील से एक्सा को दोनों कंपनियों में अपना हिस्सा बढ़ाकर 50 फीसदी करने का मौका भी मिल सकता है। इससे रिलायंस के साथ वह दोनों वेंचर में बराबर की पार्टनर हो जाएगी। रिलायंस और एक्सा के संयुक्त बयान में कहा गया है कि अगर सरकार बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा 26 फीसदी से बढ़ाती है तो ऐसा हो सकता हैं। नहीं तो बाद में फिर आरआईएल 24 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी । लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि ज्वाइंट वेंचर पर कामकाजी नियंत्रण फ्रांस की कंपनी एक्सा की होगी।
जानकारों का मानना है कि भले ही भारती एक्सा का मार्केट शेयर फिलहाल 2 फीसदी से कम है। लेकिन आने वाले दिनों में ये इंश्योरेंस क्षेत्र की दूसरी कंपनियों को कड़ी टक्कर दे सकती है। क्योंकि एक्सा का इंश्योरेंस बिजनेस में अच्छी पकड़ है और आरआईएल के पास कैश की कमी नहीं है। यानी कि जैसे जैसे ये कंपनी आगे बढ़ेगी इसका असर छोटे अंबानी की इंश्योरेंस कंपनियों पर जरुर दिखेगी।
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1 टिप्पणी:
रिलायंस इंश्योरेंस अब आने वाले दिनों में कुछ और छोटी मोटी कंपनियों को खरीद सकती है। इसका मकसद जेनरल और लाइफ इंश्योरेंस में बड़ा प्लेयर बनने का है।
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