सोमवार, 17 अक्तूबर 2022

भारतीय बाजार के लिए आज रहेगा ब्लैक मंडे

 



ग्लोबल सहित सारे संकेत निगेटिव होन की वजह से आज भारतीय बाजार में गिरावट देखने को मिल सकती है। NASDAQ में 327 और DOW में 403 प्वाइंट कि गिरावट देखने को मिली है। अमेरिकी बाजार ने गुरुवार की बढ़त गंवा दी है। US मार्केट के सभी 11 सेक्टर्स में गिरावट दर्ज की गई। Materials, Energy Discretionary सेक्टर में 3% से ज्यादा की गिरावट देखी गई। अमेरिकी बाजार में 75% शेयरों में गिरावट दिखी वहीं 70% शेयर 200 DMA के नीचे कारोबार करते दिखे।

 

US बॉन्ड यील्ड में तेजी देखी जा रही है। खासकर 2 वर्ष के US बॉन्ड की यील्ड 4.5 परसेंट पर पहुंच चुका है जो कि बढ़िया संकेत नहीं है। जब भी कम साल के बॉन्ड की यील्ड ज्यादा होती है तो मंदी आने का खतरा बढ़ जाता है। 10 साल के US बॉन्ड की यील्ड भी 4% के पार पहुंच चुका है। हालंकि यूएस प्यूचर्स में हल्की तेजी दिख रही है लेकिन कुल मिलाकर भारत सहित एशियाई बाजारों के लिए संकेत निगेटिव ही है। एसजीएक्स निफ्टी में करीब 150 अंकों की गिरावट देखी जा रही है।

 

अमेरीक कंपनियों के ज्यादातर नतीजे भी उम्मीद पर खरे नहीं उतर रहे हैं। हालांकि फाइनेंशियल सेक्टर की कंपनी JP Morgan, Citi ने बेहतर नतीजे पेश किए हैं लेकिन Morgan Stanley का अनुमान से खराब रहे। इस हफ्ते टेस्ला सहित S&P के 60 कंपनियों के नतीजे आने वाले हैं जो कि अमेरिकी बाजार का दिशा तय करेंगे।

एक हल्की खुशी की बात ये है कि US कंज्यूमर सेंटिमेंट में कुछ सुधार दिख रहा है। सेंटिमेंट 6 महीने के शिखर पर पहुंच चुका है। अक्टूबर में 58.6 से बढ़कर 59.8 पर US कंज्यूमर सेंटिमेंट पहुंच गया है।

 

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सख्त लहजे में कहा है कि चीन के उदय का विरोध करने वाले असफल होंगे और विषम परिस्थितियों में भी चीन रास्ता नहीं बदलेगा।

 

कुल मिलाकर अगर संकेतों पर नजर डालें तो आज भारतीय बाजार में दबाव भरा कारोबार देखने को मिलेगा। क्योंकि विदेशी संस्थागत निवेशकों से भी बाजार को सपोर्ट नहीं मिल रहा है।  शुक्रवार यानी 14 अक्टूबर को भी एफआईआई ने 1011 करोड़ रुपए की बिकवाली की थी। ऐसे में अगर आज भी एफआईआई बिकवाली करता है तो निफ्टी 17000 के आस पास फिसल सकता है। जबकि बैंक निफ्टी का 39 हजार के नीचे फिसलना तय माना जा रहा है।

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