इस बजट में इनकम टैक्स भरने वाले मिडिल क्लास को कुछ राहत मिल सकती है। क्योंकि सरकार टैक्स छूट की सीमा 3 लाख रुपए तक करने पर विचार कर रही है। फिलहाल टैक्स छूट की सीमा 1 लाख 80 हज़ार रुपए है। साथ ही निवेश पर टैक्स छूट ढ़ाई लाख रुपए की जा सकती है।
टैक्स छूट की सीमा 3 लाख रुपए तक बढ़ सकती है। क्योंकि डायरेक्ट टैक्स कोड यानी डीटीसी पर बनी संसदीय समिति ने बजट 2012 में टैक्स छूट की सीमा को बढ़ाकर 3 लाख रुपये करने की सिफारिश की है। डीटीसी पर बनी समिति के अध्यक्ष यशवंत सिन्हा ने नए प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। हालांकि इस पर अंतिम फैसला वित्त मंत्रालय को लेना है। फिलहाल 1 लाख 80 हजार रुपए कमाने वाले टैक्स नेट से बाहर हैं। साथ ही यादि कोई व्यक्ति इससे ज्यादा कमाई करता है तो उसे भी 1 लाख 80 हजार रुपए की कमाई पर टैक्स नहीं देना पड़ता है।
ऐसे में अगर ये छूट 3 लाख रुपए तक कर दी जाती है तो इससे आम लोगों को काफी राहत मिलेगी। क्योंकि उनकी कमाई का एक बड़ा हिस्सा फिलहाल टैक्स में चला जाता है। इसके साथ ही सरकार दूसरे निवेश पर टैक्स छूट की सीमा 1 लाख 55 हजार रुपए से बढ़ाकर ढ़ाई लाख रुपए करने पर विचार कर रही है। यानी की निवेश और बचत को जोड़कर कुल साढ़े पांच लाख रुपए की कमाई करने वाले लोग इनकम टैक्स नेट से बच सकते हैं।
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