दुनिया की सबसे
बड़ी रिटेल चेन कंपनी वॉलमार्ट पर भारत में नियम तोड़ने का आरोप लगा है। एक जनहित
याचिका के बाद दिल्ली हाइकोर्ट ने केंद्र सरकार और भारती वॉलमार्ट से इसका जवाब
मांगा है।
दुनिया की सबसे बड़ी
रिटेल कंपनी वॉलमार्ट पर कैश एंड कैरी की आड़ में मल्टी ब्रांड कारोबार करने का
संगीन आरोप लगा है। दिल्ली हाईकोर्ट ने
इस मामले में भारती वॉलमार्ट और भारती रिटेल के खिलाफ नोटिस जारी किया
है। दरअसल जनहित याचिका में वॉलमार्ट पर एफडीआई कानूनों का उल्लंघन करते हुए अपने
उत्पादों को ईजी डे के स्टोर के जरिए सीधे उपभोक्ताओं को बेचने का आरोप लगा है।
दुनियाभर में विवादों में रही
वॉलमार्ट.. भारत में मल्टी रिटेल सेक्टर में पूरी तरह कदम रखने से पहले विवादों
में फंस गई है। भारती वॉलमार्ट को कैश एंड कैरी स्टोर के जरिए होलसेल में व्यापार
करने की मंजूरी मिली है। लेकिन आरोपों के अनुसार वॉलमार्ट थोक की आड़ में खुदरा
कारोबार कर रहा है। और इस कारोबार में भारती रिटेल उसकी मदद कर रही है। क्योंकि
कैश एंड कैरी और होलसेल कारोबार के लिए 2007 में वॉलमार्ट ने भारती एंटरप्राइज के
साथ करार किया था।
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