मोबाइल पर बात करना
हो सकता है महंगा। टेलीकॉम रेग्युलेटर ने इसकी तैयारी कर ली है। यानी की महंगाई की
मार झेल रहे लोगों के लिए आने वाला दिन और कठिन होने वाला है। क्योंकि खाने-पीने
के सामानों की बढ़ी कीमतों के साथ मोबाइल का बिल भी बढ़ने वाला है।
टेलीकॉम रेग्युलेटर
ट्राई ने कॉल रेट पर मंत्री समूह की बैठक में अपना प्रेजेंटेशन दिया है। जिसके तहत
स्पेक्ट्रम की प्रस्तावित कीमत से देशभर के कई सर्किल में कॉल 6 पैसे से 25 पैसे प्रति मिनट तक
महंगे हो जाएंगे। जबकि दिल्ली में कॉल दरों में पंद्रह
पैसे प्रति मिनट की बढ़ोतरी होने वाली है। स्पेक्ट्रम पर बनी मंत्री समूह की बैठक में टेलीकॉम कंपनियों को
स्पेक्ट्रम गिरवी रखने की इजाजत दे दी गई है। इसके तहत अगर कोई कंपनी कर्ज नहीं
चुका पाएगी तो बैंक गिरवी स्पेक्ट्रम की नीलामी करके रिकवरी कर सकते हैं।
हालांकि स्पेक्ट्रम
की रिजर्व प्राइस, एक मुश्त फीस, स्पेक्ट्रम की फीस
और सर्विस शुरू करने के नियम जैसे अहम मुद्दों पर फिलहाल फैसला नहीं हो सका है। इसके
लिए टेलीकॉम स्पेक्ट्रम की निलामी पर बनी मंत्री समूह की अगली बैठक सोमवार को होगी। लेकिन टूजी स्पेक्ट्रम की नीलामी में कुछ देरी हो सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने 122 लाइसेंस रद्द करने
के बाद इस खाली स्पेक्ट्रम को 4 महीने में नीलाम
कराने की समय सीमा दी थी। लेकन स्पेक्ट्रम की कीमतें तय नहीं हो पाने की वजह से 31
अगस्त तक समय सीमा में नीलामी प्रक्रिया पूरी होने की संभावना कम ही दिख रही है।
से में दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बलने समय सीमा बढ़ाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में
अर्जी दे सकते हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें