सरकार रसोई गैस की कीमतें बढ़ाने पर विचार कर रही है। हालांकि ये बढ़ी
कीमतें आर्थिक तौर पर मजबूत लोगों के लिए होगी। सरकार का मानना है कि ऐसा करने से
सब्सिडी में हजारों करोड़ रुपए की कटौती की जा सकती है।
सरकार अपनी खर्चों पर लगाम लगाने के लिए सब्सिडी में कटौती करने की
तैयारी में लगी है। इसके लिए सबसे पहले रसोई गैस पर से सब्सिडी कम करेगी। इस
सब्सिडी कटौती के बाद गरीब लोगों को उसी कीमत पर रसोई गैस मिलेगी जिसपर फिलहाल मिल
रही है। लेकिन आर्थिक तौर पर मजबूत परिवारों और लोगों को इसके लिए 400 रुपए से
ज्यादा कीमत वसूली जाएगी। पेट्रोलियम राज्य मंत्री ने इसकी पुष्टि की है।
सरकार का
मानना है कि ऐसा करने से हर साल केवल रसोई गैस पर दी जाने वाली सब्सिडी में से
8000 से 10000 करोड़ रुपए की बचत की जा सकती है। इसके साथ ही डीजल पर दी जाने वाली
सब्सिडी में कुछ कटौती की जाएगी जिससे डीजल की कीमतों में प्रति लीटर 5 रुपए तक का
इजाफा हो जाएगा। हालांकि ऐसा होने पर महंगाई की मार से लोग और बेहाल हो जाएंगे।
क्योंकि खुदरा महंगाई दर फिलहाल 10 फीसदी से ऊपर और होलसेल महंगाई दर 7 फीसदी से ऊपर
बनी हुई है। लेकिन सरकार के पास दूसरा कोई चारा नहीं दिख रहा है। क्योंकि सरकार की
कमाई कम होती जा रही है लेकिन खर्चे बढ़ते जा रहे हैं।
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