शुक्रवार, 22 जुलाई 2011
FCI भाड़े पर लेगा प्राइवेट गोदाम
खाद्य मंत्र के वी थॉमस ने कहा है कि जगह की कमी की वजह से अनाजों को अब सड़ने नहीं दिया जाएगा। थॉमस ने अनाजों को रखने के लिए एफसीआई यानी फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया को भाड़े पर प्राइवेट गोदाम लेने के निर्देश दिए हैं। हालांकि अनाज के एक्सपोर्ट के हिमामयती थॉमस कम कीमत पर नॉन बासमती राइस के एक्सपोर्ट की इजाज़त पर चुप्पी साध गए।
खाद्य मंत्री प्रोफेसर के वी थॉमस ने अनाज के रख-रखाव में आने वाली दिक्कतों को सुलझाने के लिए सभी राज्यों के कंसल्टेटिव कमेटी के चेयरमैन से मुलाकात की। एफसीआई यानी फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित इस बैठक में थॉमस ने अहम फैसला लेते हुए प्राइवेट गोदामों को भाड़े पर लेने की अनुमति एफसीआई को दे दी है।
हालांकि थॉमस ने निर्यात किए जाने वाले नॉन बासमती चावलों की कीमतों पर कुछ नहीं कहा। थॉमस अच्छी फसल और गोदामों में जगह की कमी का रोना रोककर अनाजों के एक्सपोर्ट के लिए सरकार को सहमत तो कर लिया। लेकिन कम कीमत की जिम्मेदारी वाणिज्य मंत्रालय के पाले में डाल गए। थॉमस ने कहा कि कीमतें तय करना वाणिज्य मंत्रालय का काम है।
सरकार ने 10 लाख टन एक्सपोर्ट की जाने वाली नॉन बासमती चावल की कीमत प्रति क्विंटल केवल 400 डॉलर रखी है। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अनाज की कमी को देखते हुए जानकार इसे बहुत कम मान रहे हैं। यानी इससे ट्रेडरों के साथ ही किसानों को भी नुकसान उठाना पड़ेगा।
खाद्य मंत्री को ने इससे पहले भी राज्य सरकारों को चेतावनी दे चुके हैं कि या तो वो अपने हिस्से की अनाज गोदामों से ले जाएं नहीं तो उनका कोटा खत्म कर दिया जाएगा। थॉमस की बौखलाहट से ऐसा लगता है कि इस बार वो किसी भी कीमत पर अनाज को सड़ने या खुले आसमान के नीचे पड़ा नहीं देखना चाहते। भले ही उसे कौड़ियों के भाव विदेशियों के हाथ क्यों नहीं बेच दिए जाएं!
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1 टिप्पणी:
chalo fasal sadne se to bachega...
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