शुक्रवार, 8 जुलाई 2011
एसबीआई ने महंगा किया कर्ज
देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई यानी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से लोन लेने वालों ग्राहकों को अब 0.25 फीसदी महंगा कर्ज मिलेगा। हालांकि तीन महीने और उससे ऊपर के फिक्स्ड डिपॉजिट पर ग्राहकों को राहत देते हुए बैंक ने 100 बेसिस प्वाइंट तक ब्याज बढ़ा दी है। साथ ही समय से पहले पैसे निकालने पर लगने वाली पेनाल्टी को भी कम किया है।
देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने कर्ज महंगा कर दिया है। एसबीआई ने बेस रेट और बीपीएलआर में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर दी है। ऐसे में होम लोन, कार लोन, एजुकेशन लोन सहित हर तरह का कर्ज महंगा हो गया है। बैंक के इस कदम से जहां नए ग्राहकों के लिए कर्ज महंगा हो जाएगा। वहीं फ्लोटिंग रेट पर कर्ज लेने वाले ग्राहकों की ईएमआई बढ़ जाएगी। इस वित्त वर्ष में देश के सबसे बडे़ बैंक एसबीआई ने कर्ज की ब्याज दरों में तीसरी बार इजाफा किया है। एसबीआई की नई बेस रेट 11 जुलाई से प्रभाव में आएगी।
इसके साथ ही एसबीआई ने जमा राशि पर ब्याज दरों में भी 100 बेसिस प्वाइंट तक की बढ़ोतरी की है। इसके तहत 90 दिनों तक की जमा राशि के लिए बैंक 6.75 की बजाए 7 फीसदी ब्याज देगा। वहीं 91 से 189 दिनों के लिए बचत की जमा दर 7.25 फीसदी होगी। एक साल से ज्यादा अवधि की जमा पर ग्राहकों को 9.25 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। एसबीआई ने 90 दिनों के डिपॉजिट पर समय से पहले रकम निकालने पर लगने वाली पेनाल्टी खत्म कर दी है। और 90 दिनों से ज्यादा की जमा पर पेनाल्टी 50 बेसिस प्वाइंट यानी आधा फीसदी घटाकर 0.5 फीसदी कर दी है।
यानी पैसे जमा करने वालों को थोड़ी राहत मिली है लेकिन नए कर्ज लेने वालों और फ्लोटिंग रेट पर पहले से कर्ज ले चुके ग्राहकों पर इसकी मार पड़ेगी। और उनके कार या घर का ईएमआई बढ़ जाएगा। ये बढ़ोतरी रिजर्व बैंक की सख्त मौद्रिक नीतियों का नतीजा है।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
1 टिप्पणी:
economy per dikhega iska asar khaskar real estate per to dikhne bhi laga hai.
एक टिप्पणी भेजें