मूडीज ने एसबीआई के कमजोर सालाना नतीजों,घटती पूंजी और गैर निष्पादित परिसंपत्तियां यानी एनपीए बढ़ने के चलते भारतीय स्टेट बैंक की रेटिंग घटा दी है। इससे शेयर बाजार में खलबली मच गई। जबरदस्त बिकवाली की दबाव में सेंसेक्स 16 हजार से नीचे और निफ्टी 4800 से नीचे बंद हुए।
अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज ने एसबीआई की रेटिंग ‘C माइनस’ से घटाकर ‘D प्लस’ कर दी है। जिसके चलते एसबीआई के शेयर सहित पूरे शेयर बाजार पर काफी बुरा असर देखने को मिला। एसबीआई के शेयर करीब 4 फीसदी लुढ़क कर बंद हुए। 30 जून 2011 तक SBI का एनपीए उसके कुल लोन का 3.52 फीसदी यानी 27768 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। एसबीआई की रेटिंग की वजह से सेंसेक्स 16000 और निफ्टी 4800 के अहम स्तर के नीचे फिसल गए। सेंसेक्स 287 अंक गिरकर 15865 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 77 अंक लुढ़ककर 4772 के स्तर पर बंद हुआ। एसबीआई के अलावा कई बैंक शेयरों में जोरदार गिरावट आई है। दिनभर के कारोबार के दौरान एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक,पीएनबी,आईडीबीआई,एक्सिस बैंक साल के निचले स्तर पर पहुंचे।
ऑटो शेयरों पर भी आज बिकवाली का भारी दबाव दिखा। टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा 4 फीसदी से ज्यादा गिरावट के साथ बंद हुए। लेकिन मारुति के मानेसर प्लांट में फिर से फुल रफ्तार से काम शुरू होने की वजह से मारुति सुजुकी के शेयर 2.5 फीसदी की मजबूती के साथ बंद हुआ।
अमेरिका और यूरोपीय देशों पर कर्ज का संकट बना हुआ है। इन देशों के कई बैंकों की हालत खस्ता हो चुकी है। पिछली मंदी में अमेरिका का एक बहुत बड़ा बैंक लीमन ब्रदर्स दिबालिया हो गया था। ऐसे में एबीआई की रेटिंग कम होना सरकार के लिए एक चिंता का विषय है।
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