व्यापार घाटा भारतीय सरकार के लिए एक चिंता का विषय बन गया है। निर्यात में हो रही कमी की वजह से व्यापार घाटा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अक्टूबर महीने में ये घाटा बढ़कर करीब 20 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। क्योंकि भारत से होने वाला निर्यात दो साल के अपने निचले स्तर पर पहुंच चुका है।
भारत से होने वाले निर्यात में भारी कमी दर्ज की जा रही है। ऐसे में आयात और निर्यात के बीच की खाई लगातार बढ़ती जा रही है। जिससे व्यापार घाटे में जबरदस्त उछाल आया है। अक्टूबर महीने में भारत से होने वाले निर्यात में महज़ 10.8 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जो कि पिछले दो वर्षों का निचला स्तर है।
अक्टूबर महीने में केवल 19.9 अरब डॉलर का निर्यात हुआ है। जबकि इसी महीने भारत के आयात में 21.7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यानी केवल एक महीने में 39.5 अरब डॉलर का आयात किया गया है। इस वजह से अक्टूबर महीने में भारत को 19.6 अरब डॉलर का व्यापार घाटा सहना पड़ा है। यूरोपीय देशों के कर्ज संकट में फंसने की वजह से भारतीय निर्यात में कमी आई है।
ऐसे में सरकार को केवल चिंता करने के बदले एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए कुछ अहम कदम उठाने की ज़रूरत है। नहीं तो महंगाई की तरह व्यापार घाटा भी एक दिन सरकार के गले की फांस बन जाएगा।
राजीव रंजन, न्यूज़ एक्स्प्रेस, दिल्ली
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