सोमवार, 12 सितंबर 2011

बिजली कंपनीयों से बैंकों को लग सकता है झटका

भारतीय बैंकों ने बिजली परियोजनाओं के लिए जमकर फंड मुहैया कराए हैं। लेकिन उन फंड्स पर जो रिटर्न आनी चाहिए उसपर चिंता बरकरार है। क्योंकि भारतीय बिजली कंपनियों ने परियोजना पूरी करने की रफ्तार सुस्त कर दी हैं। साथ ही नए प्लांटों में तय क्षमता के मुताबिक उत्पादन नहीं कर पा रही हैं। इससे बिजली कंपनियों की तरफ से 1 लाख 35 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का डिफॉल्ट देखने को मिल सकता है। दरअसल बिजली क्षेत्र कम टैरिफ और ईंधन की कमी के साथ ही जमीन अधिग्रहण की समस्या से जूझ रहा है। आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक बैंकों ने पावर परियोजनाओं को करीब 2 लाख 92 हजार 342 करोड़ रुपए के भारी कर्ज दिए हैं। मौजूदा पावर प्लांटों को जितने लोन की मंजूरी मिली है।

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